उदयपुर, अक्टूबर 2025।
Rajasthan Roadways Update- उदयपुर और आस-पास के ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (RSRTC) ने उदयपुर डिपो को 10 नई बसें आवंटित की हैं। इन बसों के आने से लंबे समय से बंद पड़े कई महत्वपूर्ण रूटों पर फिर से रोडवेज बसों का संचालन शुरू होगा। इससे न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी बल्कि उदयपुर डिपो की आय में भी सुधार होगा। परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, ये बसें सितंबर के आखिर तक उदयपुर डिपो में पहुंच जाएंगी, और अक्टूबर के पहले सप्ताह से इनका संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
लंबे समय से बंद रूटों पर फिर दौड़ेंगी बसें
उदयपुर डिपो के आगार प्रबंधक हेमंत शर्मा ने बताया कि इस बार जिन रूटों को चुना गया है, वे ऐसे मार्ग हैं जहां जनता की ओर से लंबे समय से मांग उठ रही थी। इनमें कोटड़ा, सेमारी, बड़ी सादड़ी और निंबाहेड़ा-नीमच जैसे प्रमुख रूट शामिल हैं।
इन इलाकों में वर्तमान में या तो बहुत कम बसें चल रही हैं या पूरी तरह से बंद हो चुकी हैं, जिसके कारण ग्रामीणों, विद्यार्थियों और दैनिक यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था।
कोटड़ा रूट की बात करें तो इस समय केवल चार पुरानी बसें ही चल रही हैं, जो अक्सर बीच रास्ते में खराब हो जाती हैं। उदयपुर से कोटड़ा की दूरी लगभग 120 किलोमीटर है, और यह क्षेत्र जनजातीय बहुल इलाका है। यहां के लोगों के लिए रोडवेज बसें ही मुख्य परिवहन साधन हैं। वर्षों से यहां नई बसों की मांग की जा रही थी, जो अब पूरी होने जा रही है।
इसी तरह, सेमारी रूट पर इस समय केवल एक बस ही संचालित हो रही है, जिससे यात्रियों को टिकट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। वहीं, बड़ी सादड़ी (चित्तौड़गढ़) मार्ग पर पिछले 10 सालों से एक भी बस नहीं चली, जिससे इस क्षेत्र के लोगों को निजी वाहनों और टैक्सियों पर निर्भर रहना पड़ता था।
निंबाहेड़ा-नीमच रूट, जो एक समय अत्यंत व्यस्त मार्ग हुआ करता था, वहां साल 2015 तक रोजाना 15 से 20 बसें चलती थीं। लेकिन धीरे-धीरे बसों की संख्या घटकर केवल चार रह गई, जिससे यात्रियों की परेशानी कई गुना बढ़ गई। नई बसों के आने से अब यह रूट फिर से सक्रिय होगा और यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
यात्रियों के लिए राहत की बड़ी खबर
नई बसों के संचालन से उदयपुर जिले के हजारों यात्रियों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा। जो लोग काम, पढ़ाई या व्यापार के लिए रोजाना शहर आते-जाते हैं, उन्हें अब अधिक बसें और बेहतर समय सारणी उपलब्ध होगी।
खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बुजुर्गों, महिलाओं और विद्यार्थियों के लिए यह सुविधा बेहद उपयोगी साबित होगी। कोटड़ा, बड़ी सादड़ी और नीमच जैसे दूरस्थ इलाकों के लोग अब सीधे और सस्ते किराए में उदयपुर पहुंच सकेंगे।
आगार प्रबंधक हेमंत शर्मा के अनुसार, नई बसें आने के बाद इनके रूट और टाइमटेबल को लेकर विस्तृत योजना बनाई जा रही है। इसमें इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि बसें सुबह और शाम के समय यात्रियों की अधिकतम सुविधा के अनुरूप संचालित हों।
राज्य सरकार की नई परिवहन योजना
यह पूरा कदम राजस्थान सरकार की हाल ही में घोषित नई बस योजना के तहत उठाया गया है। राज्य सरकार ने प्रदेश भर में रोडवेज की सेवाओं को और अधिक आधुनिक और सुलभ बनाने के लिए 300 नई बसें स्वीकृत की थीं।
पहले चरण में 172 बसों का आवंटन किया गया था, जिनमें 160 ब्ल्यू लाइन 3×2 सीटर एक्सप्रेस बसें और 12 सुपर लग्जरी बसें शामिल थीं।
अब दूसरे चरण में 128 बची हुई बसों का आवंटन हुआ है, जिसमें से 10 नई बसें उदयपुर डिपो को दी गई हैं। ये बसें आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी, जैसे कि बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट, अधिक लेगरूम, उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम और यात्री सुरक्षा उपकरण।
बेहतर, सुरक्षित और आधुनिक सफर का अनुभव
उदयपुर डिपो को नई बसें मिलने से जिले में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में बड़ा सुधार होगा। नई बसें न केवल यात्रियों के लिए आरामदायक होंगी बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होंगी।
अब यात्रियों को बार-बार बस खराब होने या देर से पहुंचने जैसी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा, रोडवेज प्रशासन ने ड्राइवरों और कंडक्टरों को भी नई बसों के संचालन से पहले विशेष प्रशिक्षण (Training) देने की योजना बनाई है ताकि सेवा की गुणवत्ता में कोई कमी न रहे।
स्थानीय जनता और यूनियनों में खुशी की लहर
नई बसों की घोषणा के बाद स्थानीय जनता और रोडवेज कर्मचारी यूनियनों में खुशी की लहर दौड़ गई है। कोटड़ा, सेमारी और बड़ी सादड़ी जैसे क्षेत्रों से आने वाले यात्रियों ने कहा कि यह फैसला उनके लिए बहुत बड़ी राहत लेकर आया है।
कई लोगों ने बताया कि पिछले वर्षों में निजी वाहनों का किराया काफी बढ़ गया था, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए सफर करना मुश्किल हो गया था। अब रोडवेज की नई बसें शुरू होने से उन्हें न केवल सस्ती यात्रा मिलेगी बल्कि सरकारी परिवहन की भरोसेमंद सेवा भी दोबारा उपलब्ध होगी।
अधिकारियों के बयान
आगार प्रबंधक हेमंत शर्मा ने कहा कि,
“उदयपुर डिपो को 10 नई बसें मिलना हमारे लिए गर्व की बात है। इन बसों के संचालन से ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि बसें समय पर चलें और यात्रियों को सर्वोत्तम सुविधा मिल सके।”
वहीं, परिवहन निगम के उच्च अधिकारियों ने भी बताया कि यह सिर्फ शुरुआत है। आने वाले महीनों में और नई बसें उदयपुर सहित आसपास के डिपो को दी जा सकती हैं ताकि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को और मजबूत किया जा सके।
निष्कर्ष
राजस्थान रोडवेज की इस नई पहल से उदयपुर जिले की परिवहन व्यवस्था में एक नई ऊर्जा का संचार होगा। जिन रूटों पर वर्षों से बसें बंद थीं, वहां अब फिर से जीवन और गतिशीलता लौटेगी।
यह न केवल यात्रियों के लिए सुविधा का प्रतीक है, बल्कि ग्रामीण विकास, शिक्षा, रोजगार और व्यापार को भी नई दिशा देने वाला कदम है।